
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले हर पार्टी हुआ सक्रिय अब बिहार मे कांग्रेस ने खेला बड़ा दाव बिहार मे कांग्रेस बड़ा बदलाव किया है बिहार प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह को अध्यक्ष पद से हटा दिया गया अब बिहार में नया प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार को नियुक्त किया गया
बिहार विधानसभा चुनाव में दलित समुदाय के साधने मे जुटी कांग्रेस
राजेश कुमार दलित समुदाय से आते हैं कांग्रेस ने बिहार में पार्टी को मजबूत करने के लिये दलित भोट बैंक साधने कि कोशिश कि कुछ महीने बाद बिहार मे विधानसभा चुनाव होना है इसके लेकर कांग्रेस लगातार बिहार मे अपना जलवा बिखरने के पूरी कोशिश मे जुटी पार्टी
भाजपा के पास जीतन राम मांझी और चिराग़ पासवान जैसे दलित समुदाय के भोट भाजपा के पास तो कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष पद पर राजेश कुमार के नियुक्ति कर दलित समुदाय मे एक बड़ी सेंधमारी कि
अखिलेश सिंह को अध्यक्ष पद से हटाने कि वजह
बिहार में प्रदेश अध्यक्ष पर लगातार सवाल उठना और पार्टी मे लगातार मतभेद बना रहना पार्टी के लिए असंतोष जनक माना जा रहा है अब उम्मीद लगाया जा रहा है कि अब पार्टी नई रणनीति के तहत काम करेगी
कांग्रेस ने लिया बड़ा फैसला
राजेश कुमार (जन्म 1969) बिहार के एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। वे औरंगाबाद के कुटुम्बा विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं जो औरंगाबाद जिले में अनुसूचित जाति समुदाय के लिए आरक्षित है। उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करते हुए 2020 का बिहार विधान सभा चुनाव जीता। जो कांग्रेस के लिए एक नई उम्मीद जो राजेश कुमार 2015 के बिहार विधान सभा चुनाव में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करते हुए कुटुम्बा विधानसभा क्षेत्र से जीतकर पहली बार विधायक बने । [3] उन्होंने 2020 के बिहार विधान सभा चुनाव जीतकर सीट बरकरार रखी, जहाँ उन्होंने 50,822 वोट हासिल किए और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के श्रवण भुइयां को 16,653 मतों के अंतर से हराया।